एक नमाजी
जब आवारा हो जाएगा तब कहना
जब घड़ियों में साढे बारह
हो जाएगा तब कहना
सूरज के सारे कारिंदे
जब कोड़े बरसाएंगे
धूप में थक कर जब वो बन्दा
सो जाएगा
तब कहना
मैं उस वक्त कहीं ए सी में
बैठे बैठे सुन लूँगा
Wednesday 15 April 2009
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